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हमीरपुर। कर्नाटक में फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूर लॉक डाउन होने पर अपने घर बलिया लौटने के लिये अब पैदल जाने को विवश हैं। ट्रक से यहां हमीरपुर जिले के सुमेरपुर कस्बे में आये तीन मजदूरों को कोई साधन न मिला, जिससे तीनों करीब 570 किमी का लम्बा रास्ता नापने के लिये पैदल जाने को मजबूर हो गये। इन तीनों को देख हर किसी ने दूरी बनाई।
कर्नाटक से आये तीन मजदूरों ने बलिया जाने के लिए शुरू की पैदल यात्रा
Thursday, March 26, 2020
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हमीरपुर। कर्नाटक में फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूर लॉक डाउन होने पर अपने घर बलिया लौटने के लिये अब पैदल जाने को विवश हैं। ट्रक से यहां हमीरपुर जिले के सुमेरपुर कस्बे में आये तीन मजदूरों को कोई साधन न मिला, जिससे तीनों करीब 570 किमी का लम्बा रास्ता नापने के लिये पैदल जाने को मजबूर हो गये। इन तीनों को देख हर किसी ने दूरी बनाई।
बताया जाता है कि कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को लेकर पूरे देश में लॉक डाउन कर दिया गया है। इससे कर्नाटक और अन्य राज्यों में फैक्ट्रियों में काम करने वाले मजदूर अपने वतन के लिये लौटने लगे है। उत्तर प्रदेश के बलिया के रहने वाले संतोष कुमार, धनंजय व बाड़ूू कर्नाटक की एक फैक्ट्री में काम करते थे। कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण वहां लॉक डाउन हो जाने से ये मजदूर अपने घरों के लिये लौट पड़े है।
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इन्होंने ने बताया कि कर्नाटक से 22 मार्च को बलिया जाने के लिये निकले थे लेकिन वहां से चलने वाली ट्रेन मध्यप्रदेश के बीना रेलवे स्टेशन पर आकर रद्द हो गयी। इसके कारण बीना से ट्रक में सवार होकर महोबा होते हुये सुमेरपुर कस्बा तक आना पड़ा। बताया कि सुमेरपुर कस्बे में लॉक डाउन के कारण पुलिस ने ट्रक को रोक दिया है। अब कोई भी साधन बलिया जाने के लिये नही है। इसीलिए वे पैदल जाने का फैसला किए।
बताते है कि हमीरपुर से बलिया करीब 570 किमी दूर है। ऐसे में देश में लॉक डाउन होने पर ये मजदूर हम होंगे कामयाब एक दिन गाना गाते हुये आगे निकल गये है।
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