नम आंखो से रुखसत हुआ बलिया का लाल महेंद्र यादव

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बलिया। सीआरपीएफ अल्फा 106 बटालियन में सहायक उप निरीक्षक एवं बलिया माटी के लाल महेन्द्र यादव (50) का पार्थिव शरीर लकड़ी के ताबूत में सील बन्द कर शनिवार की दोपहर में सशस्त्र सेना के जवानों द्वारा उनके गांव ब्राहिमपुर के मौजा बनकटवा में लाया गया। मृतक की पत्नी श्रीमती मीना देवी को पति के दाह संस्कार के लिए सेना की तरफ से 50 हजार नगद घनराशि भी सौंपी गयी। कम्पनी के कमाण्डेन्ट प्रमोद कुमार सिंह की ओर से पत्नी मीना देवी के नाम से गहरी सहानुभूति प्रकट करते हुए एक शोक संवेदना का पत्र भी भेजा गया था।

 शव के साथ आये अनूप सिंह सहायक कमाण्डेन्ट यूनिट 106 रैपिड एक्शन फोर्स सीआरपीएफ ने बताया कि महेन्द्र यादव की मौत 21/22 मई की रात करीब 11 बजे ड्यूटी से वापस आते समय चक्रवाती तूफान में सिलीगुडी से 20 किमी दूर कम्पनी की वाहन दुर्घटना में हो गयी थी। इस मौके पर मृतक सिंह के दरवाजे पर सेना के जवानों ने शव की अंतिम सलामी 21 फायर करके दी। आशीष सिंह व देवेन्द्र कुमार गुप्त एडवोकेट द्वारा बलिया-देवरिया की सीमा से शव की आगवानी कर उन्हें ससम्मान ग्राम बनकटवा तक ले जय गया। उनका अंतिम दाह संस्कार मऊ जिला के दोहरीघाट में घाघरा नदी के तट पर किया गया। मुखांगिनी उनके इकलौते पुत्र राहुल यादव ने दी है।

प्रशासन की तरफ से तहसीलदार जितेन्द्र कुमार सिंह, भीमपुरा थाने के प्रभारी निरीक्षक शिव मिलन व पुलिस बल मौजूद रहा। इसके अलावे पूर्व विधायक गोरख पासवान, सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष आद्याशंकर यादव, जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष राजमंगल यादव, छट्ठूराम, डा0 संतोष राम, विजय यादव, ग्राम प्रधान लल्लन यादव, टीएन मिश्रा, ओमप्रकाश यादव, अमरजीत यादव, उपेन्द्र यादव, अंगद यादव, रामाश्रय यादव ‘‘फाईटर‘‘, डा0 डीएन यादव, संजय यादव, विनय यादव, हरेराम सिंह, अजीत कुमार मिश्रा, महातम यादव, हरेन्द्र यादव पहलवान, राजनाथ यादव, अमरनाथ यादव, नागेन्द्र यादव, दिनेश यादव, उमेश यादव आदि ने भी अपनी शोक श्रद्धांजलि अर्पित की।
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