बलिया: गंगा नदी में हो रहे ड्रेजिंग कार्य का डीएम ने किया निरीक्षण

डीएम ने प्रोजेक्ट की ली जानकारी, 15 जुलाई से पहले पूरा करने के निर्देश। तीन किमी लम्बाई व तीस मीटर चौड़ाई में हो रहा कार्य और तेजी से हो। खुदाई में लगी है 17 पोकलेन मशीनें। बारिश के बीच देखी खुदाई, दिए जरुरी निर्देश।
DM inspected the dredging work being done in the Ganges river
फोटो: the panel times

बलिया। गंगापुर के पास नारायणपुर मौजे में गंगा नदी में हो रहे ड्रेजिंग कार्य का निरीक्षण जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने गुरुवार को  किया। उन्होंने प्रोजेक्ट सम्बन्धी पूरी जानकारी लेने के बाद कहा कि कार्य की रफ्तार में तेजी बनाए रखने की जरूरत है। नदी की धारा मोड़ने के लिए युद्धस्तर पर हो रहे खुदाई के कार्य को और तेजी से करने को कहा। 

डीएम श्री शाही ने कहा कि प्रोजेक्ट लम्बा है और समय कम है, इसका विशेष ख्याल रहे। बरसात से पहले खुदाई का कार्य हो जाना चाहिए। उन्होंने ड्रेजर मशीन से हो रहे कार्य का जायजा मौके पर पहुंच कर किया। कहा, यह कार्य अनवरत चलना चाहिए। इससे पहले वाराणसी बैराज खण्ड के अधिशासी अभियंता टीएन सिंह व अपनी जिले की टीम के साथ जिलाधिकारी हुकुमछपरा गंगा घाट पर पहुंचे। वहां नाव से सभी अधिकारी नदी में कार्य कर रही ड्रेजर मशीन के पास गए। डीएम शाही ने वहां मशीन पर चढ़कर कार्य को बारीकी से देखा। कहा कि ड्रेजिंग का कार्य लगातार हो। 


जिलाधिकारी के निरीक्षण के दौरान बताया गया कि पूरी परियोजना 30 करोड़ 9 लाख की है। वैसे तो इसके अंतर्गत 13 किमी लम्बाई व 60 मीटर चौड़ाई में कार्य होना था। पर समय के अभाव में पहले चरण में तीन किमी लम्बाई व तीस मीटर चौड़ाई में कार्य हो रहा है। इस कार्य में 17 पोकलेन मशीनें लगी है। 

डीएम श्री शाही ने कहा कि सभी मशीनें लगातार चलनी चाहिए। हर हाल में बरसात से पहले यह काम हो जाए। अधिशासी अभियंता बैराज खण्ड वाराणसी टीएन सिंह द्वारा बताया गया कि एक हप्ते में काफी हद तक कारगर कार्य हो जाएगा। निरीक्षण के दौरान डीएफओ श्रद्धा यादव, डिप्टी कलेक्टर सर्वेश यादव, बैरिया एसडीएम सुरेश पाल, खनन अधिकारी डॉ योगेंद्र भदौरिया, बाढ़ एक्सईएन संजय मिश्रा, एसडीओ कमलेश कुमार व अमित सिंह, वाराणसी से आए जेई जितेंद्रचंद भारती आदि साथ थे।

जिलाधिकारी जब गंगा नदी के उस पार हो रहे कार्य का निरीक्षण करने जैसे ही पहुंचे, बारिश शुरू हो गई। लेकिन वे पीछे नहीं लौटे। तेज हो रही बारिश के बीच वे खुदाई स्थल पर पहुंचे। यह भी निर्देश दिया कि खुदाई की वजह से मिट्टी का जो टीला बन रहा है, पूरी मिट्टी की नीलामी की कार्यवाही भी जितना जल्द हो कर लिया जाए। बनाना खनन अधिकारी डॉ योगेंद्र भदौरिया को भी इसकी कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
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