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धमाके के बाद हर तरफ़ अफरातफरी का माहौल और ऐम्बुलेंस के सायर की गूंज सुनाई दे रही थी। ट्रैफिक जाम हो गया था और घायलों तक पहुंचने के लिए ऐम्बुलेंस को मशक्कत करनी पड़ रही थी। सड़क पर कांच के टुकड़े बिखरे हुए थे। अस्पतालों में क्षमता से ज़्यादा घायलों को इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। लेबनान रेड क्रॉस के चीफ़ जॉर्ज केट्टानी ने इसे एक 'बहुत बड़ी तबाही का मंज़र' करार दिया।
धमाकों में सौ से अधिक लोगों की मौत, चार हज़ार से भी ज़्यादा लोग घायल
Thursday, August 6, 2020
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- जब इसका विस्फोट होता है तो ये नाइट्रोजन ऑक्साइड और अमोनिया जैसी जहरीली गैस रिलीज करता है।
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लेबनान की राजधानी बेरुत में हुए जानलेवा धमाकों के बाद गुमशुदा लोगों की तलाश का काम अभी भी जारी है। राहत कार्यों में जुटे लोग 100 से भी ज़्यादा लोगों की तलाश कर रहे हैं जिनकी धमाके के बाद से कोई खोज खबर नहीं है। मंगलवार को हुए इन धमाकों में सौ से अधिक लोगों की मौत हो गई और चार हज़ार से भी ज़्यादा लोग घायल हुए हैं।बेरुत के बंदरगाह इलाके में हुए इन धमाकों से पूरा शहर ही हिल गया था। तटीय इलाके में धमाके के बाद आसमान में धूल और धुएं का गुबार छा गया था।
राष्ट्रपति माइकल इयोन ने बताया कि असुरक्षित गोदामों में रखे गए 2750 टन अमोनियम नाइट्रेट की वजह से ये धमाका हुआ। अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल खेतीबारी के काम में उर्वरक के तौर पर होता है या फिर विस्फोटक के रूप में।
उन्होंने बुधवार को कैबिनेट की आपातकालीन बैठक बुलाई है और कहा है देश में दो हफ़्ते के लिए इमर्जेंसी लागू कर दिया जाना चाहिए। बुधवार से देश में तीन दिनों के लिए आधिकारिक शोक की घोषणा की गई है।
मंगलवार को स्थानीय समय के अनुसार शाम छह बजे बंदरगाह पर आग लगने की एक घटना के बाद ये धमाके हुए थे। घटना के चश्मदीद रहे हादी नसराल्लाह ने बताया कि उन्होंने आग लगते हुए तो देखा लेकिन उन्हें ये उम्मीद नहीं थी कि धमाका हो जाएगा।
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धमाके के बाद हर तरफ़ अफरातफरी का माहौल और ऐम्बुलेंस के सायर की गूंज सुनाई दे रही थी। ट्रैफिक जाम हो गया था और घायलों तक पहुंचने के लिए ऐम्बुलेंस को मशक्कत करनी पड़ रही थी। सड़क पर कांच के टुकड़े बिखरे हुए थे। अस्पतालों में क्षमता से ज़्यादा घायलों को इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। लेबनान रेड क्रॉस के चीफ़ जॉर्ज केट्टानी ने इसे एक 'बहुत बड़ी तबाही का मंज़र' करार दिया।
अधिकारियों ने बताया कि वे दुर्घटना के कारणों की जांच कर रहे हैं। ये पता लगाने की कोशिश हो रही है कि आख़िर किस तरह से अमोनियम नाइट्रेट के स्टोर में धमाका हुआ। साल 2013 में ज़ब्त किए गए एक जहाज से ये अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया गया था और तभी से ये नजदीक के एक वेयरहाउस में रखा गया था। अमोनियम नाइट्रेट एक औद्योगिक रसायन है जिसका इस्तेमाल कृषि क्षेत्र में उर्वरक के तौर पर होता है। माइनिंग इंडस्ट्री में अमोनियन नाइट्रेट का इस्तेमाल विस्फोटक के रूप में भी होता है।
जब इसका विस्फोट होता है तो ये नाइट्रोजन ऑक्साइड और अमोनिया जैसी जहरीली गैस रिलीज करता है। इसके भंडारण के लिए सख़्त नियम होते हैं, जिस जगह ये रखा जाता है, वो फायर प्रूफ होना चाहिए। इसके रखने की जगह पर किसी तरह का कोई नाला या पाइप या कोई अन्य रास्ता नहीं चाहिए। लेबनान में ये धमाके एक बहुत ही संवेदनशील समय में हुए हैं। देश में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। अस्पतालों में पहले से जगह की कमी है। इस घटना से देश में खाद्य असुरक्षा की स्थिति पैदा होने की आशंका जताई जा रही है। बेरुत पोर्ट के भविष्य को लेकर भी संदेह का आलम है।
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