जाति, धर्म व राजनीतिक दलों की आपसी दूरियों को मिटता देखा एक के स्वागत एवं सम्मान में
जाति, धर्म व राजनीतिक दलों की आपसी दूरियों को तोड़कर सभी क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ समाजसेवी व सैकड़ों सम्मानित जनता एक ही मंच पर मंगलवार की शाम एक व्यक्ति का सम्मान करने के लिए बहुत ही आतुर थें। आपस मे स्वागत करने की होड़ मची हुई थी।
@हेमंत राय
सिकन्दरपुर (बलिया)। जाति, धर्म व राजनीतिक दलों की आपसी दूरियों को तोड़कर सभी क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ समाजसेवी व सैकड़ों सम्मानित जनता एक ही मंच पर मंगलवार की शाम एक व्यक्ति का सम्मान करने के लिए बहुत ही आतुर थें। आपस मे स्वागत करने की होड़ मची हुई थी। मौजूद हर व्यक्ति चाह रहा था कि वह फूलों व स्मृति चिन्हों से सबसे पहले इस महान व्यक्ति का सम्मान करें, जिसनें देश के करोड़ों लोगों की जान बचाने के लिए दिन रात एक कर अथक परिश्रम व प्रयास किया। मौका था भारतीय कोरोना वैक्सीन "को वैक्सीन" के मुख्य अनुसंधानकर्ता व एम्स नई दिल्ली मे कार्यरत डॉ० संजय राय के अपने गृहक्षेत्र तहसील सिकन्दरपुर अन्तर्गत लीलकर गांव मे उनके प्रथम आगमन पर आयोजित भव्य स्वागत समारोह का। सर्वप्रथम कार्यक्रम की शुरुआत मे कुमारी अरुष्मा राय ने स्वागत गान व स्वागत भाषण देकर भव्य स्वागत समारोह का आगाज़ किया।
इस दौरान स्वागत समारोह का हिस्सा बनें प्रशासनिक अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, वरिष्ठ समाजसेवियों व क्षेत्रीय लोगों नें फूल, माला व स्मृति चिन्ह देकर डॉ० संजय राय को सम्मानित किया। स्वागत समारोह को संबोधित करतें हुए उपजिलाधिकारी अभय कुमार सिंह नें कहा कि यह मेरा सौभाग्य हैं कि मुझें सिकन्दरपुर जैसे क्षेत्र मे एक एसडीएम के रुप मे सेवा करने का मौका मिला हैं, जहां पर डॉ संजय राय जैसें अनुसंधानकर्ता रहतें हैं। कहां कि उस मां की कोख भी धन्य हो गई होगी, जिसनें इस महान अनुसंधानकर्ता को जन्म दिया, जो आज भारत देश ही नहीं बल्कि पूरें विश्व के लोगों की कोरोना वायरस नामक बीमारी से बचाने के लिए मानव धर्म व मानवता की निरंतर सेवा करने मे लगें हैं।
पूर्व मंत्री मोहम्मद जियाउद्दीन रिजवी नें कहा कि डॉ संजय राय का नाम आतें ही हम सबका सीना गर्व से चौड़ा हो जाता हैं। कहा कि जिस तरह डॉ संजय राय मेहनत कर रहें हैं, वो दिन दूर नहीं जब हम सभी कोरोना नामक बीमारी से पूरी तरह निजात पा लेगें। पूर्व विधायक भगवान पाठक नें कहा कि डॉ संजय राय जिस भावना के साथ अपना काम कर रहें हैं वह अनुकरणीय हैं, जिसकी जितनी भी प्रशंसा की जाएं कम हैं। कहा कि जिस दौरान कोरोना नामक भयावह बीमारी से लोग अपने घरों में कैद थें। उस दरम्यान दिन रात एक कर एक साल के अंदर ही देश की जनता को इस बीमारी से बचाने के लिए "को वैक्सीन" दिया।
इस दौरान अनेक वक्ताओं नें डॉ संजय राय के व्यक्तित्व व कृतित्व पर अपनें अनुभवों को साझा किया। इस दौरान अपनें विचारों को साझा करतें हुए कई वक्ताओं की आंखें भी नम हो उठी। स्वागत समारोह को संबोधित करते हुए डॉ संजय राय नें को वैक्सीन से जुड़ें तमाम पहलुओं व अपनें अनुभवों पर विस्तार से जानकारी दी। कहा कि अभी तक लगभग एक करोड़ लोगों को वैक्सीन लगा दिया गया है। कहा कि मेडिकल क्षेत्र सेवाभाव का क्षेत्र हैं, अगर इस क्षेत्र में आना चाहिए तो फिर सेवाभाव के साथ आना चाहिए अथवा नहीं आना चाहिए। कहा कि अभी भी कोरोना वायरस का खतरा पूरी तरह से टला नहीं है। हमें इसके लिए पूरी तरह से सचेत रहना चाहिए। मास्क का निरंतर प्रयोग, आपस में दूरी बनाए रखना व समय समय पर हाथों को धोते रहना चाहिए। समारोह की अध्यक्षता गौरीशंकर राय तथा संचालन डॉ मोहनकांत राय ने किया। समारोह के समापन पर समारोह के आयोजनकर्ता सोमेन्द्र कुमार राय "फुन्नु" नें सभी का आभार व्यक्त किया।