Ballia: किसान आंदोलन को धार देने के लिए बलिया के सिकन्दरपुर पहुंचे राकेश टिकैत ने कृषि कानून को बताया किसान विरोधी


किसान नेता

@सन्तोष शर्मा

बलिया। सिकन्दरपुर के चेतन किशोर के विशाल मैदान में आयोजित किसान महापंचायत में भाजपा व केन्द्र सरकार द्वारा लाये गए तीन कृषि कानून की वक्ताओं द्वारा जम कर आलोचना की गई। वक्ताओं ने सरकार को कृषि व किसानों का विरोधी बताया साथ ही दिल्ली में चल रहे आंदोलन में भागीदार बनने की अपील किया। महापंचायत के मुख्य अतिथि के मंच पर पहुंचते ही वहां मौजूद किसान व अन्य संगठनों के नेताओं में उन्हें माला पहना कर स्वागत करने की होड़ लग गई, जिससे कुछ देर के लिए अफरातफरी मच गई। इस दौरान किसान फोर्स रतसड की तरफ से स्मृति चिन्ह व अन्य किसान नेताओं के द्वारा लकड़ी का हल एवं महात्मा फुले का तैल चित्र देकर मुख्य अतिथि को सम्मानित किया गया।



 सभा को अपने सम्बोधन में मुख्य अतिथि राकेश टिकैत ने सरकार पर किसानों की अनदेखी के आरोप लगाए। कहा कि बलिया एक विचारधारा का नाम है इसलिए सभी जगहों को छोड़कर हमने बलिया की इस पावन धरती को पूर्वाचल में आंदोलन को धार देने के लिए महापंचायत के आयोजन हेतु चुना, जो क्रांतिकारियों की धरती है। कहा कि बलिया एक विचार का नाम है। बिहार से लेकर नेपाल तक की सीमा से जुड़ा हुआ बलिया आंदोलन में जब खड़ा होता है तो सत्ता डोल उठती है। राकेश टिकैत ने तीनों कृषि कानून वापस लेने एवं न्यूनतम समर्थन मूल्य तय नहीं होने तक आंदोलन जारी रखने की भी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन को हाली और पाली ही चलाएंगे। कहा कि बड़ी- बड़ी कम्पनियों ने  हम किसानों के मात्र 9 किलो के हिसाब से धान खरीदी है। कड़ा परिश्रम कर उत्पादन करने वाले  हम किसानों को आखिर मिलता क्या है । उन्होंने कहा कि 24 मार्च तक विभिन्न स्थानों पर सभाओं के संबोधन का कार्यक्रम है। इसके बाद असम, कर्नाटक एवं अन्य राज्यों में भी जाएंगे और आंदोलन चलाएंगे। उन्होंने कहा कि इससे किसी भी राजनीतिक दल का कोई वास्ता नहीं। 



उन्होंने लंबे समय तक चलने वाले आंदोलन के लिए तैयार रहने एवं  ट्रैक्टर के साथ दिल्ली कूच करने की भी बलिया के किसानों से अपील किया। कहा कि बड़ी कम्पनियों के मालिकान जो सरकार के सहयोगी  हैं आप की खेती पर कब्जा करना चाहते हैं। आपके खेती को अपने तिजोरी का धन बनाना चाहते हैं। 105 दिनों से किसान दिल्ली में धरने पर बैठे हैं। अभी पिछले दिनों ओले पड़े हैं फिर भी किसानों के हौसले कम नहीं हो रहे हैं। जब तक काले कानून समाप्त नहीं हो जाएंगे तब तक यह लड़ाई कश्मीर से कन्याकुमारी तक चलेगी। क्रांति नारायण सिंह, चौधरी युद्ववीर जी, बसंत जी, शैलेंद्र, बृजेश शर्मा, बैजनाथ सिंह, रामाशीष राय, हिमांशु तिवारी, सुरेश जी, मदन राय, अध्यक्षता किसान नेता अजीत राय व संचालन श्री राम चौधरी ने किया।



राकेश टिकैत के कार्यक्रम को लेकर चेतन किशोर में सुबह से ही सुरक्षा की दृष्टि से भारी पुलिस बल तैनात रहा। इस दौरान सीओ सिकंदरपुर पवन कुमार, एसएचओ विपिन कुमार सहित कई थानों की फोर्स डटी रही। इस दौरान फायर ब्रिगेड की गाड़ी व होमगार्ड की तैनाती की गई थी।

Previous article
Next article

Ads Post 2

Ads Post 3