अब परिषदीय स्कूलों में शिक्षक पढ़ाएंगे, कामकाज निपटाने के लिए रखे जाएंगे 1650 डाटा इंट्री आपरेटर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक विद्यालयों में अब छात्र-छात्राओं की पढ़ाई पर विशेष जोर होगा। स्कूलों का पठन-पाठन प्रभावित न हो, इसके लिए हर विकासखंड स्तर पर दो यानी 1650 डाटा इंट्री आपरेटर रखे जाएंगे, जो बच्चों के आधार सत्यापन के साथ ही आपरेशन कायाकल्प आदि की सूचनाएं यू-डायस व प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड करेंगे। अभी तक ये कार्य परिषदीय शिक्षकों से ही कराए जा रहे थे।
बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में इधर स्कूल चलो अभियान के तहत छात्र-छात्राओं का तेजी से नामांकन हुआ है, यह कार्य अब भी जारी है। अप्रैल माह में ही अभियान के तहत करीब एक करोड़ 90 लाख छात्र-छात्राओं को स्कूलों में प्रवेश दिलाया गया है।
बेसिक शिक्षा विभाग का निर्देश है कि हर छात्र-छात्रा का पंजीकरण प्रेरणा पोर्टल व यू-डायस पर किया जाए, तभी नामांकन माना जाएगा। साथ ही बच्चों का आधार सत्यापन किया जाए यदि किसी बच्चे के पास आधार नहीं है तो तत्काल बनाकर उसे पोर्टल पर अपलोड किया जाए। इन सभी कार्यों का जिम्मा शिक्षकों सौंपा गया, प्रयास के बाद भी पोर्टल पर नामांकन अपलोड करने का कार्य रफ्तार नहीं पकड़ सका।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा व राज्य परियोजना निदेशक अनामिका सिंह ने बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि स्कूलों में कार्य की अधिकता व उसे तय समय में कराने के लिए जाब वर्क के आधार पर खुले बाजार से दो डाटा इंट्री आपरेटर की सेवाएं अस्थाई रूप से ली जाएं।
आपरेटरों को मई से 31 जुलाई तक रखे जाने की स्वीकृति दी है। यह भी निर्देश है कि आपरेटर को प्रतिदिन अधिकतम 435.23 रुपये प्रतिदिन पारिश्रमिक दिया जाएगा। इस पर व्यय होने वाले धन का भुगतान जिला कार्यक्रम के तहत किया जाएगा।
इन कार्यों की होगी डाटा फीडिंग : जिला व ब्लाकस्तर पर इन दिनों यू डायस पर 2021-22 की डाटा इंट्री, आपरेशन कायाकल्प के तहत 19 अवस्थापना सुविधाओं के लिए ब्लाक में हर माह फीडिंग होनी है। इसके अलावा आधार का सत्यापन, मानव संपदा पोर्टल पर नवीन नामांकन की इंट्री, बच्चों को यूनीफार्म, स्कूल बैग, जूता-मोजा व स्वेटर के लिए अभिभावकों के खाते में धन भेजने से संबंधित फीडिंग व अन्य कार्य किए जाने हैं।