कथा वाचक पं. गौरंगी गौरी को लंदन में मिला सम्मान
नई दिल्ली। भारत की ऋषि परंपरा जिसमें भक्ति और शक्ति का समन्वय करता हुआ आज हमारा सनातन धर्म विश्व के कोने कोने में फैल रहा है। इस धर्म की ध्वजा को एक गांव से शहर, शहर से देश, देश से विदेश ले जाने के लिए सतत प्रयास एवम् प्रयोजन रहा ऐसी पंडित गौरांगी गौरी जी, जिन्होंने वर्ड बुक आफ रिवॉर्ड यूरोप ने उनकी कार्य पद्धति एवम धर्म के प्रति श्रद्धा समर्पण की भावना देख करके हिंदू स्कॉलर नाम के साथ अवार्ड से सम्मानित किया।
वर्ड बुक आफ रिवॉर्ड के पिस इंटरनेशनल सिद्ध आश्रम शक्ति सेंटर, लंदन, इंडिया के संथापक सनातन धर्म भूषण श्री राजराजेश्वर गुरु जी के हाथों सम्मानित किया गया। एम बेस्टम की धरती ओम पार्लियामेंट के स्थान पर मेयर की पर्सनल सेक्रेट्री फिगम की उपस्थिति रही। लॉर्ड शिवा हिंदू टेंपल के अध्यक्ष पंडित अवि शर्मा जी के सहयोग से यह सेरेमनी संपन्न हुई।
पंडित गौरंगी गवरी जी अपने श्री राम कथा के माध्यम से वेस्टर्न की धरती पर शांति का संदेश दिया। हमें गर्व है कि भारत की एक बेटी विदेश में जाकर अपने भारत की ध्वजा एवं धर्म की धर्म की ध्वजा लहरा रहीं हैं। यह अत्यंत ही गर्व की बात है।