मशीनों पर भारी पड़ी इंसानी मेहनत, 17 दिन बाद टनल से निकले श्रमिक

Image source: Social media


New Delhi: जिस दिन पूरा देश दिवाली की खुशियां मना रहा था, उसी दिन उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल के अंदर 41 मजदूर फंस गए। यह टनल चारधाम ऑल वेदर रोड परियोजना के तहत बनाई जा रही है। टनल के अंदर अचानक मलबा गिरने लगा जिसकी वजह से अंदर मौजूद मजदूरों को बाहर निकलने का समय तक नहीं मिला। 

सभी को बाहर निकालने की रविवार से ही कोशिश शुरू की गई लेकिन इतना आसान नहीं था। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ सहित कई एजेंसियों ने कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद अमेरिकी ऑगर मशीन को उत्तरकाशी लाया गया मगर उससे भी आशा अनुरूप परिणाम नहीं मिले। आखिरकार रैट-होल माइनिंग के जरिए सभी मजदूरों को बाहर निकाला गया।

मंगलवार को जब आखिरकार रेस्क्यू मिशन पूरा हुआ और मजदूर सुरंग से बाहर निकले तो उनके चेहरे पर दोबारा जिंदगी मिलने की खुशी और 17वें दिन खुली हवा में सांस लेने के अहसास को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। इस दौरान कुछ भावुक भी हो गए। पिछले कुछ दिनों से उत्तरकाशी में कैंप कर रहे मुख्यमंत्री

ने मजदूरों का माला और शॉल पहनाकर स्वागत किया। जाबांजों को सकुशल देख लोगों ने तालियां बजाईं। सिर्फ मजदूरों के परिवारवाले नहीं बल्कि पूरा देश उनकी सलामती के लिए दुआ कर रहा था। 

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