बलिया में दिल दहला देने वाली घटना; बेटे ने उठाया खौफनाक कदम, कांप गई माँ- बाप की रूह
बलिया: हैबतपुर गांव में दो मंजिला मकान की छत से फंदा लगाकर एक युवक झूल गया। सुबह मकान के पीछे शव लटकता देख गांव में खलबली मच गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटना की जांच पड़ताल कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बिहार बक्सर के सेमरी थाना के गंगौली गांव निवासी नागेंद्र ठाकुर पत्नी व दो बेटों के साथ हैबतपुर स्कूल के पास स्थित किराए के मकान में रहता है। बड़ा बेटा बाहर नौकरी करता है। छोटा बेटा आदित्य ठाकुर कक्षा 12 का छात्र था। शनिवार को पत्नी मंजू देवी महिला अस्पताल में भर्ती बेटी के पास गई थी।
शाम को नागेंद्र ने आदित्य को मोबाइल देखने पर फटकार लगा दी। उसके बाद वह अपने कमरे में सोने चला गया। देर रात आदित्य दो मंजिला छत की रेलिंग के बीम के छड़ में रस्सी बांध फांसी लगाकर नीचे कूद गया। सुबह ग्रामीणों की नजर छत से लटकते युवक पर पड़ी तो खलबली मच गई। देखते ही देखते सैकड़ों की भीड़ जुट गई। ग्रामीणों ने पिता को इसकी जानकारी दी। बेटे की हालत देख उनके होश उड़ गये। सूचना पर मां, बहन व रिश्तेदार पहुंचे। बेटे को याद कर माँ बेहोश हो जा रही थी।
पुलिस ने शव को नीचे उतार पोस्टमार्टम को भेज दिया। पुलिस को आदित्य के कमरे से सुसाइड नोट मिला। इसमें उसने मां व बड़े भाई से माफी मांगते हुए लिखा कि दुनिया मुझे बुजदिल समझेगी, लेकिन मैं जीवन से आजाद होकर कण-कण में रहना चाहता हूं। सुसाइड नोट में आध्यात्मिक बातें भी लिखी थीं। पिता ने बताया की कुछ दिनों से बेटे का व्यवहार बदला-बदला नजर आता था। दो दिन पूर्व कमरे से रस्सी निकालते समय पूछने पर कहा था की कपड़ा सुखाने के लिए निकाला हूं। उसी रस्सी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस सुसाइड नोट व घटना व ऑनलाइन गेम को केंद्र में रख कर जांच कर रही है।