शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर नए कृतिमान स्थापित कर रहा गंगोत्री देवी इंटर कॉलेज, राज्य मंत्री द्वारा पुरस्कृत होने पर गंगोत्री देवी इंटर कॉलेज में जश्न का माहौल



सिकन्दरपुर, बलिया/ Santosh Sharmaशिक्षा के क्षेत्र में निरंतर एक से बढ़कर एक नए कीर्तिमान स्थापित करने वाले गंगोत्री देवी इंटर कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने पुनः फिर एक बार अपनी सफलता का डंका बजाकर यें सिद्ध कर दिया हैं कि बड़े से बड़े लक्ष्य को भी अथक परिश्रम व लगन से हासिल किया जा सकता हैं। ज्ञात हो कि स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर 12 जनवरी दिन शुक्रवार को श्वेतांबरी स्मृति ट्रस्ट द्वारा आयोजित स्वामी विवेकानंद प्रतिभा सम्मान समारोह में क्षेत्र के सैकड़ों प्रतिभावान छात्र व छात्राओं को हाईस्कूल व इंटरमीडिएट सहित विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन करने वाले टाॅप मेधावी छात्र व छात्राओं को मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु द्वारा सम्मानित किया गया। इसी कड़ी में गंगोत्री देवी इंटर कॉलेज के छात्र व छात्राओं ने टॉप टेन में अपना दबदबा बरकरार रखते हुए टॉप टेन की सूची में सात स्थान काबिज कर लिया। इस मौके पर मुख्य अतिथि राज्यमंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु ने टॉप प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली गंगोत्री देवी इंटर कॉलेज की कक्षा नौवीं की मेधावी छात्रा पूर्णिमा उपाध्याय को 5100 रूपए का चेक, मेडल और प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया। वहीं गंगोत्री देवी इंटर कॉलेज के 150 मेधावी छात्र व छात्राओं को मेडल एवं प्रशस्ति पत्र देकर मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित किया गया। अपनें संबोधन में मुख्य अतिथि राज्यमंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु ने कहा कि शिक्षा पाने का लक्ष्य केवल निजी या सरकारी विभाग में उच्च पदों पर आसीन होना नहीं है, बल्कि श्रेष्ठ समाज की रचना में सक्रिय भूमिका का निर्वहन करना है। कहा कि प्रतिभाओं के सम्मान से बच्चों को जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। इसलिए नई प्रतिभाओं को दिशा निर्देश देने के साथ साथ संसाधनों की पूर्ति में सहयोग देना भी आवश्यक है। इस दौरान मुख्य अतिथि ने छात्र व छात्राओं को उनकी विशेष उपलब्धि व भावी भविष्य के लिए बधाई भी दिया। वही बच्चों की उपलब्धि से गदगद विद्यालय के प्रबंधक डॉक्टर नरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि यह बच्चों के लिए सुनहरा पल है। यहां से आगे बढ़ने और बेहतर करने की कोशिश करें। उन्होंने छात्र-छात्राओं का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि आप कविताओं की लाइनों से प्रेरित हों। उन्होंने कहा कि लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। नन्ही चींटी जब दाना लेकर चलती है, चढ़ती दीवारों पर, सौ बार फिसलती है, मन का विश्वास रगों में साहस भरता है, चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना न अखरता है, आखिर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती। कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। डुबकियां सिंधु में गोताखोर लगाता है, जा जाकर खाली हाथ लौटकर आता हैं। कहा कि इस तरह की कई लाइनों से बच्चे प्रेरित हों तथा लगातार कोशिश करते रहें। सफलता निश्चित ही आपके कदम चूमेगी।

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