एनईपी 2020 के तहत नियमों में बदलावः अब 12वीं कक्षा तक पढ़ने के लिए टीईटी जरूरी
नई दिल्ली। अब 12वीं कक्षा तक पढ़ने के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा जरूरी होगी। अभी तक राज्यों और केंद्र सरकार के स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा तक का शिक्षक बनने के लिए टीईटी जरूरी होता था।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत टीईटी को नवीं से 12वीं कक्षा तक लागू किया जाएगा। खास बात यह है कि सीटेट की तर्ज पर टीईटी को भी उम्र भर के लिए मान्य करने की योजना है। इसका अर्थ है कि यदि कोई उम्मीदवार एक बार टेट पास कर लेता है तो वह उम्र भर मान्य होगा।
एनसीटी के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार केंद्र सरकार के स्कूलों के लिए सीटेट और राज्यों के स्कूलों के लिए राज्य शिक्षक पात्रता परीक्षा आवश्यक अहर्ता होती है। सामान्य रूप से इसे ही टेट बोला जाता है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत स्कूली शिक्षा संरचना को चार चरणों यानी फाउंडेशन, प्रिपेरटॉरी, मिडिल और सेकेंडरी में विभाजित किया गया है।
इसी के तहत शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के मकसद से शिक्षक पात्रता परीक्षा का विस्तार किया जा रहा है। ताकि 12वीं कक्षा तक छात्रों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा मिल सके।