चाइल्ड एजुकेशन सेंटर और एनएमजी के छात्र-छात्राओं को ट्रैफिक इंस्पेक्टर ने वाहन चलाने को लेकर किया जागरूक
सिकन्दरपुर, बलिया। अगरआपके बेटे या बेटी की उम्र 18 साल नहीं हुई है और आप उसे स्कूल, कॉलेज या बाजार जाने के लिए किसी तरह का वाहन दे रहे हैं तो वह आपके लिए मुश्किल पैदा कर देगा। इसका कारण यह है कि पुलिस सोमवार के बाद इस तरह के नौसीखिए वाहन चालकों के चालान काटने का अभियान शुरू कर रही है। इस तरह के चालान पुलिस नाबालिग वाहन चालक के बजाय उसके परिजनों का काटेगी ताकि उन्हें पता चले कि उनकी गलती का क्या खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। इस योजना के तहत टीआई रूद्रप्रताप मल्ल ने शनिवार को नगर के चाइल्ड एजुकेशन सेंटर और एनएमजी इण्टर कालेज में छात्र - छात्राओं को जागरूक करते हुए कही। चेतावनी देते हुए कहा कि अक्सर देखने में आता है कि किसी विद्यार्थी के 11वीं या 12वीं में होने पर उसके अभिभावक उसे स्कूल या कोचिंग सेंटर तक जाने के लिए दोपहिया वाहन खरीदकर दे देते हैं। इनमें अधिकतर मामलों में अभिभावकों के सामने बच्चों की जिद होती है। इस तरह के बच्चे न तो नाबालिग होते हैं और न ही उन्हें यातायात नियमों की जानकारी होती। इसी कारण ये बच्चे खासकर भीड़ भाड़ वाले इलाकों में भी स्कूटी या बाइक को तेज गति से चलाते हुए निकलते हैं। उन्हें यह पता नहीं होता कि उनकी लापरवाही से उनकी जान के अलावा औरों की जान भी खतरे में होती है। इसी कारण कई बार सड़क हादसों के कारण इस तरह के नौसीखिए बच्चों के अंग भंग होने के अलावा कई बार उनकी जान भी चली जाती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए सख्ती बरतने के आदेश दिए गए हैं। इस दौरान मैनेजींग इंचार्ज नजरुलबारी, प्रधानाचार्य सन्तोष शर्मा, देवेश कुमार, दयानंद प्रसाद, एहसानुल्लाह, सैफ अली, गौहर खान, गजेंद्र बहादुर, अनिल यादव, घनश्याम प्रसाद, रेयाज अहमद, राजेश राय, निर्भय सिंह, मनोहर, मुख्तार अहमद आदि मौजूद रहे।